होली पर निबंध।holi essay in Hindi। Holi pr nibandh। About holi in Hindi।holi
ये बात सर्वथा सत्य है कि भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है। यही नहीं हमें भारत में लगभग हर महीने कोई ना कोई त्योहार देखने को मिल ही जाता है। कभी कभी तो ऐसा होता है कि एक साथ ही तीन से चार त्योहार एक दम से निकल आते है। आज हम बात करने वाले है भारत के ऐसे ही एक बड़े त्योहार होली की।
Holi pr nibandh Hindi me
भूमिका
होली को भारत में लगभग हर एक समुदाय के द्वारा मनाया जाता है। क्योंकि होली के नाम से ही हमारे दिमाग में रंग बरसने लगते है,,ऐसे में पूरा देश ये त्योहार ना बनाए ऐसा हो ही नहीं सकता। बात करे अगर हम होली की तो , यह त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह मुख्यत अगर हम देखे तो मार्च के महीने में मनाई जाती है। इस अवसर पर लगभग सभी लोग इक्कठे हो जाते है, इसीलिए यह है उत्सव समाज में एकता, प्रेम भावना ओर आपसी मेल जोल का प्रतीक माना जाता है।
होली का इतिहास
कहा जाता है कि हरेक त्योहार का एक इतिहास जरूर होता है। वैसे ही होली का एक इतिहास है। होली के बारे में कहा जाता है कि इसका संबंध प्राचीन काल में राजा हिरण्यकश्यप से है। लोगो का मानना है कि हिरण्यकश्यप एक जल्लाद के जैसे राजा था। वह अपने आप को ही भगवान मानता था। वो चाहता था कि उसकी प्रजा भगवान को मानना छोड़कर उसकी ही पूजा करे । लेकिन हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम प्रहलाद था। वी ईश्वर को मानता था। कहा जाता है कि वो भगवान विष्णु का भक्त था। लेकिन प्रहलाद का पिता उस से क्रोधित था, क्योंकि वह भगवान को मानता था। इसी कारण उसने प्रहलाद को मारने का आदेश दे दिया।
कहा जाता है कि हिरणकश्य की एक बहन थी,जिसका नाम होलिका था। प्राचीन कथाओं के हिसाब से होलिका को आग कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा सकती थी। हिर्णकश्यप ने आदेश दिया कि होलिका प्रहलाद को लेकर लकड़ियो के ढेर पर बैठ जाए,ओर उस ढेर में आग लगा दी जाए। ऐसा ही हुआ। लेकिन जब आग बुझी तो होलिका जलकर राख हो चुकी थी और प्रहलाद जैसे के तैसे बैठा था। इसी कारण होलिका की याद में होली को मनाया जाता है।
होली को लेकर एक ओर कथा है कि इस दिन श्री कृष्ण ने बाल्य काल में पूतना नाम को राक्षसी का वध किया था। पूतना के मरने की खुशी में बृज के लोगो ने धूम धाम से उस दिन को मनाया था। इसी कारण उस दिन से होली मनाई जाने लगी।
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कृषि का त्योहार
भारत देश मुख्यत कृषि में उन्नत देश माना जाता है। मार्च के महीने में लग भग गेहूं और चने के बालें अधपकी होती है। इनको देखकर किसान खुशी से झूम उठता है। ओर अन्न देवता ओर अग्नि देवता को खुश करने के लिए अपनी गेहूं की कुछ बालियो की आहूति अग्नि में देता है ।
रंगो का त्योहार
होली जिसका नाम सुनते ही रंग हमारे तन मन में हिलोरे मारने लगता है ,जिसके कारण की होली पर्सिध है। होली को रंगो का त्योहार भी कहा जाता है। होली के अगले दिन जिसे दुल्हेडी या फाग कहा जाता है,उस दिन लोग एक दूसरे पर रंग डालते है। एक दूसरे ओर पानी की पिचकारियां ,रंग गुलाल लगाते है। लोगो के मुंह , उनके कपड़े रंग बिरंगे जो जाते है।
यह त्योहार प्रेम भाव का त्योहार है । लोग रात को होली कि याद में कुछ लकड़ियां भी जलाते है और उनकी पूजा करते है।
Holi essay in Hindi for child
होली पर कुप्रथा
कहा जाता है कि कई बार त्योहार बड़े बड़े वैर का कारण बन जाते है। क्योंकि होली पर कुछ पागल दिमाग लोग एक दूसरे पर कीचड़ फेंकते है। कुछ लोग पक्के रंगो यहां तक कि काला तेल का प्रयोग भी करते है। इससे किसी भी त्योहार का महत्व कम हो जाता है । कहीं कहीं पर तो लड़ाई झगड़े भी हो जाते है। कुछ लोग शराब पीकर हुल्लड़ मचाते है। हमें ऐसा नहीं करना चाहिए।।
उपसंहार
हम कह सकते है कि होली एक मस्ती भरा त्योहार है। यह प्रकृति एवं कृषि का त्योहार है। हम लोगो को इसकी पवित्रता को समझना होगा। होली एक ऐसा त्योहार है जो समाज में एकता और प्रेम को बढ़ाना चाहिए।
होली पर निबंध हिंदी में
उम्मीद है कि आपको ते बिल्कुल आसान होली निबंध पढ़ने मै आसान लगा होगा। हमने पूरी कोशिश की है कि आपको बिलकुल आसान भाषा में होली पर निबंध दिया जाए।
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