पत्रकारिता क्या है? पत्रकारिता का अर्थ। पत्रकारिता का महत्व।
What is patrakarita।patrkarita ka mahtav kya hai
पत्रकारिता -
पत्रकारिता की कोई निश्चित परिभाषा नहीं है। अनेक विद्वानों ने इसकी अलग-अलग परिभाषा दी है।
पत्रकारिता को अगर हम परिभाषित करें तो साधारण भाषा में हम कह सकते हैं कि एक समाचार को मुख्य घटना से लेकर हमारे पास में आने (समाचार पत्र में छपने) तक की संपूर्ण प्रक्रिया पत्रकारिता कहलाती है।
इसमें घटना का संपूर्ण विवरण, उसको लिखने की कला, पत्रकार और संपादन का कौशल यह सभी पत्रकारिता के ही घटक के रूप में शामिल किए जाते हैं। पत्रकारिता के बारे में महादेवी वर्मा कहती हैं कि:-
पत्रकारिता एक रचनाशील विधा है। इसके बगैर समाज को बदलना असंभव है। अतः पत्रकारों को अपने दायित्व कर्तव्यों का निर्वाह निष्ठा पूर्वक करना चाहिए । क्योंकि उन्हीं के पैरों के छालों से इतिहास को लिखा जाएगा।
इस प्रकार अलग-अलग विद्वानों ने पत्रकारिता के स्वरूप को स्पष्ट करने की कोशिश की है। आरंभ हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में समाचार पत्रों को भी शामिल किया जाता था। आधुनिक पत्रकारिता में शीर्षक संरचना, सुंदरता, विज्ञापन आदि ही समाचार पत्रों में समाहित किए जाते हैं इसलिए यह सब कुछ पत्रकारिता में ही समाहित हैं।।
पत्रकारिता का उद्भव : -
हिंदी का पत्रकारिता शब्द अंग्रेजी के journalism शब्द से व्युत्पन्न हुआ है। इसका सीधा सा अर्थ है कि पूर्व दिन के कार्यकलापों और गतिविधियों का वर्णन। समाचार पत्रों में पिछले दिन के लगभग सभी समाचारों को समाहित किया जाता है अतः पत्रकारिता का अर्थ कह सकते हैं कि पिछले दिन की कार्यकलापों और गतिविधियों का वर्णन व उनको एक व्यवस्थित ढंग से लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना है।।
पत्रकारिता का महत्व/विभिन्न क्षेत्रों में पत्रकारिता का महत्व
पत्रकारिता आज के समाज को सुचारू रूप से चलाने में एक आवश्यक भूमिका अदा करती है। आज हर कोई सुबह उठते ही सबसे पहले अखबार पढ़ना चाहता है पत्रकारिता के महत्व को हम निम्नलिखित रूप में देख सकते हैं -
1. राजनीति में पत्रकारिता का महत्व
आज राजनीति हमारे जीवन के साथ-साथ अखबारों का भी एक अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि आज समाज के हर एक घर में राजनीति का प्रवेश हो चुका है। इसीलिए समाचार पत्रों में राजनीति को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। पत्रकार राजनीतिक समस्याओं को केवल प्रस्तुत ही नहीं करते, अगर राजनीतिक व्यवस्था खराब हो तो उन पर भी करारा व्यंग्य भी करते हैं। सत्ता में स्थित पार्टी के वक्तव्य को जनता के सामने रखते हैं। विपक्षी पार्टी के आरोपों को अपने समाचार पत्र में स्थान देते हैं तथा सत्ताधारी पार्टी से उनके जवाब की अपेक्षा करते हैं। आज के समाज का प्रत्येक व्यक्ति राजनीतिक गतिविधियों से अवगत होना चाहता है। अतः राजनीति की दृष्टि से समाचार पत्र और पत्रकारिता का समाज में विशेष महत्व है।
2. राष्ट्रीय दृष्टि से पत्रकारिता का महत्व
राष्ट्रीय दृष्टि से पत्रकारिता का विशेष महत्व है, क्योंकि आज पत्रकारिता को लोकतंत्र का आधार स्तंभ माना जाता है। भारतीय लोकतंत्र में पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। हम देखते हैं कि आज संसार में बहुत से देशों में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली है और लोगों को सचेत रखने के लिए समाचार पत्र बहुत जरूरी होते हैं। औपनिवेशिक दौर में हम देखते हैं कि महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय, लोकमान्य तिलक आदि नेताओं ने पत्रकारिता के द्वारा ही लोगों को राष्ट्र के प्रति जागरूक किया। समाचार पत्र हमें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के बारे में बताते हैं जिससे हम उनके प्रति सचेत रह सके।
3. सामाजिक दृष्टि से पत्रकारिता का महत्व
समाज एक अकेले व्यक्ति से न होकर अनेक लोगों से बनता है। समाज के विकास में पत्रकारिता एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। पत्रकारिता के माध्यम से ही हम समाज की बाधाओं रोडियो और उनकी समस्याओं को जान सकते हैं। पत्रकारिता इन समस्याओं और रूढ़ियों पर प्रकाश डालकर इन को दूर करने में सहयोग करती है।
4. अंतर्राष्ट्रीय दृष्टि से पत्रकारिता का महत्व
पत्रकारिता ने आज के समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी भूमिका को बखूबी निभाया है। हम देखते हैं कि विभिन्न देशों में होने वाले सरकारी समझौतों की जानकारी, विभिन्न देशों की मुद्रा भाव, अलग-अलग देशों का बाजार भाव आदि के समाचार हम पत्रकारिता के माध्यम से घर बैठकर अपने समाचार पत्रों में ही पढ़ सकते हैं। पत्रकारिता के कारण हमें अलग-अलग देशों के विचारों का पता चलता है। इससे विभिन्न देशों के विचार एक दूसरे तक पहुंचते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारिता का महत्व एक अलग ही है।
5. शिक्षा में पत्रकारिता का योगदान/महत्व
मानव के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है। क्योंकि शिक्षा से ही हम आधुनिक युग को अच्छे से समझ सकते हैं। पत्रकारिता को हम देखे तो कह सकते हैं कि समाचार पत्र और पत्रिकाएं एक प्रकार से लोगों को शिक्षित करने का ही कार्य करती है। पत्रकारिता से हमें आधुनिक शिक्षा नीतियों का पता चलता है, शिक्षा में होने वाले बदलाव की जानकारी मिलती है।। हम देखते हैं कि बच्चों से लेकर बड़ों तक तू आजकल शिक्षा संबंधित अनेक पत्र पत्रिकाएं छपते हैं। हम कह सकते हैं कि शिक्षा क्षेत्र में पत्रिकाओं पत्रकारिता और समाचार पत्रों का महत्वपूर्ण योगदान है।
6. खेलों में पत्रकारिता का महत्व
खेलों में पत्रकारिता सबसे उपयोगी है क्योंकि आगे आने वाले तथा वर्तमान में चल रहे खेल के बारे में हमें पत्रकारिता से ही पता चलता है। आजकल रेडियो और टेलीविजन ने लाइव प्रसारण से खेलों को और अधिक ज्यादा प्रसिद्ध कर दिया है, उन्हें रोचक बना दिया। खेलों के लिए तो समाचार पत्रों में एक अलग से ही पृष्ठ है तथा अलग-अलग पत्रिकाएं भी निकाली जाती हैं। खेल- खिलाड़ी, क्रिकेट सम्राट इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।।
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