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जल को हमारे जीवन का आधार कहा जाता है। आज क्रिस वैज्ञानिक युग में जहा एक और हर रोज नए नए कारखानों का निर्माण हो रहा है तो दूसरी ओर उनमें जल के इस्तेमाल कि खपत भी बढ़ती जा रही है। एक ओर जहां पीने को साफ जल भी नहीं मिल रहा है तो दूसरी तरफ इन कारखानों में भारी मात्रा मे जल का प्रदूषण हो रहा है।। आज हम इसी विषय पर बात करते है कि आखिर जल प्रदूषण क्या है, इससे कैसे बचना चाहिए ,ओर कैसे जल को बचाना चाहिए।
essay on Water pollution in hindi
प्रदूषण का अर्थ है - प्रकृति के स्वस्थ , सुलभ खजाने को खराब करना। आसान सी भाषा में अगर हम कहें कि प्रकृति अपना संतुलन स्वयं बनाए रखती है,लेकिन मानवी क्रियाओं ने उस संतुलन को बिगाडा है।यही बात आती है जल प्रदूषण पर । जल प्रदूषण का अर्थ है साफ जल को खराब करना। मतलब कि हम स्वयं ही जब पानी को खराब करते है तो उसे जल प्रदूषण कहा जा सकता है।
reason/causes of water pollution in hindi
अगर हम किसी भी विषय पर बात करते है तो उसके कुछ ना कुछ कारण अवश्य ही होते है। उसी तरह जल प्रदूषण के भी बहुत से मुख्य कारण है, उनमें से कुछ प्रमुख ये हो सकते है::कारखानों का खराब जल नदी नालों में मिलाना। हम सबको मालूम है कि आज के आधुनिक युग में सबसे ज्यादा जल की बर्बादी कही पर अगर होती है तो वो बड़े बड़े फैक्टरी ओर कारखाने हो होते है। वहां पर हजारों लाखों गैलन पानी बर्बाद होता है, ओर उसी खराब हुए पानी को अकसर इन फैक्ट्रियों ओर कारखानों के द्वारा किसी भी चलती नदी या नहर में छोड़ दिया जाता है।
आज के समय में ये जल प्रदूषण का एक सबसे बड़ा कारण है। गंगा नदी इस बात एक सबसे बड़ा उदाहरण है।
आप भी सबको पता है कि गंगा के पानी को कितना पवित्र माना जाता है, लेकिन आज उसी गंगा नदी का पानी सबसे दूषित हो चुका है। सरकार द्वारा उसे साफ करने के अभियान चलाये जा रहे है।
जल प्रदूषण का दूसरा सबसे बड़ा कारण है वर्षा के जल का एक जगह इक्कठा होना। (वर्षा के जल के संग्रहण में ओर इसके इक्कठा होने में फर्क है।)
अकसर हम देखते है की शहरों या गावों में बहुत बार बारिश मै सिविरो में ,या गढ्डों में अकसर पानी जमा हो जाता है,ओर जो बाद में दुर्गंध भी उत्पन्न करता है। ये भी जल प्रदूषण का कारण ही है।
effects of water pollution in hindi
बात करे अगर हम जल प्रदूषण के प्रभाव कि तो इसका सबसे बड़ा प्रभाव ये पड़ता है कि हमारे पास साफ निर्मल जल की कमी होती जा रही है। दिन प्रतिदिन हमें साफ पानी के लिए किल्लतो का सामना करना पड़ रहा है। भारत ओर बाहर के देशों में भी कई कई जगह तो ऐसी है कि लोगो के पास पीने के लिए साफ पानी तक नहीं है। अब इससे बड़ा प्रभाव क्या होगा कि लोग पानी को पीने के लिए भी तरसे।water pollution diseases in hindi
जल के दूषित होने से हम पर बीमारियां भी हमला करती है। ख़राब जल पीने से हमारे पेट में दर्द होने लगता है। उलटी दस्त की शिकायत भी होती है। वहीं ख़राब पानी पीने से हैजा जैसी बीमारियां भी मनुष्य को पकड़ लेती है, ऐसा कई शोधों ओर चिक्तिस्को द्वारा भी प्रमाणित किया जा चुका है। वहीं अकसर ख़राब जल में भयानक रोगों वाले मक्खी मच्छर भी पनपते है, उनसे भी हमें खतरनाक बीमारियां हो सकती है। इसीलिए हमेशा साफ़ सुथरा जल ही पीना चाहिए।how to stop water pollution in hindi
जल प्रदूषण को अगर हमें रोकना है तो सबसे पहले हमें सभी प्रकार के कारखाने ओर फैक्ट्रियों को उनका दूषित पानी नदी या नहरों में गिरने से रोकना होगा, क्योंकि ये बहते जल को दूषित करने का सबसे बड़ा कारण होते है। सभी प्रकार की जल का इस्तेमाल करने वाली फैक्ट्रियों को चाहिए कि वो दूषित पानी को साफ़ करके उसका दोबारा से उपयोग करे। वहीं हमें स्वयं भी कभी भी किसी भी प्रकार का कचरा पानी मै नहीं डालना चाहिए। वहीं सरकार को भी चाहिए कि वो पानी को दूषित होने से बचाने के लिए समय समय पर नदियों नालों की सफाई करवाती रहे। हमारा खुद का भी कर्तव्य है कि हम भी जल को ख़राब होने से बचाए। क्योंकि ::जल है तो कल है।
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